स्मार्टफोन लेने से पहले ये बातें जरूर जान लें।

स्मार्टफोन लेने से पहले ये बातें जरूर जान लें। – नमस्कार, आज कल हर कोई स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता है ओर आप भी करते ही है और जब मार्किट में कोई नया स्मार्टफोन आता है तो अक्सर लोग उन्हें खरीदने के इक्छुक होते है क्योंकि आज कल कोई भी एक स्मार्टफोन को 1 या 2 साल से ज्यादा इस्तेमाल नही करता है। अगर आप भी एक स्मार्टफोन खरीदने जा रहे हैं तो थोड़ा समय निकालकर इस जानकारी द्वारा आप अपनी जरूरत के हिसाब से स्मार्टफोन खरीद सकते हैं।

पहले तो ये जानना जरूरी है कि smartphone है क्या ? एक स्मार्टफोन उस फोन को कहा जाता है जो स्मार्ट तरीके से कार्य करता है चाहे वो काम कहीं मेसेज भेजने का हो, चाहे आनलाइन पैसे भेजने का हो, या आनलाइन शापिंग हो, बिजली-पानी का बिल जमा करने का हो। आपके हाथ में स्मार्टफोन यानि मोबाइल कम्प्यूटर है तो ये सभी काम आपके लिये काफी सरल होते हैं। 2G, 3G, 5G इनको जनरेशन के हिसाब से बांटा गया है।

हालांकि कई जगह हम मोबाइल व स्मार्टफोन को एक ही डिवाइस समझते हैं लेकिन देखा जाये तो जहाँ मोबाइल में call करने व मैसेज करने के लिये एक की बोर्ड दिया रहता है जबकि यही काम करने के लिये स्मार्टफोन में टच स्क्रीन दी रहती है। सथ ही एक स्मार्टफोन की कम्प्यूटिंग कैपेसिटी व कनेक्टीविटी एक सामान्य मोबाइल फोन की तुलना में काफी अधिक व अच्छी होती है।

स्मार्टफोन के भाग : – एक स्मार्टफोन कई भागों से मिलकर बना होता है जैसे…

1. प्रोसेसर
2. आपरेटिंग सिस्टम
3. बैटरी
4. मेमोरी
5. कैमरा
6. सेंसर
7. डिस्प्ले
8. स्पीकर

1. प्रोसेसर :- सबसे मुख्य भाग में से एक है। जो एक गाड़ी में इंजन का काम होता है यानि आपकी गाड़ी का इंजन दमदार जो आपकी गाड़ी दमदार। ठीक उसी प्रकार मोबाइल का प्रोसेसर भी ये आपके द्वारा जो भी कार्य स्मार्टफोन में किया जा रहा है उसे स्क्रीन पर दिखाता है। यह एक छोटी सी चिप होती है जिसका प्रयोग इनपुट लेने के बाद उचित आउठपुट प्रदान करना है अधिक Gigahertz का प्रोसेसर यानि अधिक स्पीड, Octoa core processor (8 core processor) की स्पीड Quad core processor (4 core processor) से अधिक होती है.

स्मार्टफोन
Image Credit Pixabay.com

वर्तमान में Snapdragon 888 प्रोसेसर; जिसका इस्तेमाल One Plus 9, samsung galaxy स्मार्टफोन में किया जाता है सबसे लेटेस्ट एवं अच्छा प्रोसेसर है जो मार्केट में उपलब्ध हैं जो कम मात्रा में पावर कंजम्पशन करता है। इसके अलावा Snapdragon 865, Snapdragon 845, 835 Samsung Exynos भी लेटेस्ट प्रोसेसर में से एक हैं Snapdragon 845 की परफोरमेंस Snapdragon 835 की तुलना में 25 प्रतिशतअधिक है।

2. ऑपरेटिंग सिस्टम : – जिसे मोबाइल ओ एस के रूप में भी जाना जाता है और जो हमारे द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले एप्लीकेशन साफ्टवेयर को आपरेट करने या चलाने में मदद करता है. मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम्स में Google Android, Apple iOS, Microsoft window phone OS को शामिल किया जा सकता है।oprating system

आज स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा Google Android ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है। लगभग 85-87 प्रतिशत मोबाइल एंड्राइड ओ एस पर कार्य करते हैं जबकि स्मार्टफोन कंपनी Apple iOS ऑपरेटिंग सिस्टम्स का इस्तेमाल 12-15% मोबाइल में किया जाता है। iOS प्रोसेसर काफी महंगा होता है और Android इससे काफी सस्ता होता है इसलिए हमारे देश में इस्तेमाल किए जाने वाले लगभग 96% मोबाइल में Android OS का इस्तेमाल किया जाता है और केवल 2% या 3% में iOS का।

3. बैटरी :- Smartphone को चलाने के लिए जो पावर की आवश्यकता होती है उसकी पूर्ति बैटरी से की जाती है स्मार्टफोन में ज्यादातर Lithium-Ion और Lithium-Polymer बैटरी इस्तेमाल किया जाता है। सामान्य रूप से एक एंड्राइड मोबाइल के लिए 3000 mAH पावर बैटरी को अच्छा माना जाता है। आप ज्यादा समय तक मोबाइल इस्तेमाल करना चाहते हैं तो 5000 mAH बैटरी आपके लिये काफी अच्छी है। कुछ मोबाइल में बैटरी को बदलना संभव होता है लेकिन कुछ मोबाइल्स में ये संभव नहीं होता है।

Smartphone को चलाने के लिए जो पावर की आवश्यकता होती है उसकी पूर्ति बैटरी से की जाती है स्मार्टफोन में ज्यादातर
Image Credit Pixabay.com

4. मेमोरी :- हम अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल फोटो खीचने, वीडियो बनाने और कई सामग्री रखने के लिये करते हैं इन फोटो वीडियोज को रखने के लिए जिस जगह की आवश्यता होती है। उसे स्मार्टफोन में मेमोरी के लिये इस्तेमाल किया जाता है।

मेमोरी
Image Credit Pixabay.com

मेमोरी दो प्रकार की होती है :-

1.Ram-Random Access memory

2. ROM -Read only memory

मेमोरी की क्षमता की गणना GB में की जाती है। 4GB रैम वाला सामान्य स्मार्टफोन उपयोगकर्ता के लिए जरूरी होता है ये उन लोगों के लिए है जो अपने मोबाइल का उपयोग सामान्य कार्य आदि जैसे न्यूज देखना, मैसेजिंग, वीडियोज देखने और कुछ छोटे मोटे गेम्स खेलने आदि के लिए इस्तेमाल करते हें । यदि आप चाहते हैं मोबाइल का उपयोग बडे़ साइज के वीडियो गेम्स ; जैसे (PUBG, Freefire) के लिए भी कर सकें तो तो आपको 6GB रैम वाला स्मार्टफोन खरीदना चाहिए। जिससे आपको गेमिंग में मोबाइल के हेंग या लेग होने की समस्या का सामना न करना पड़े।

5. कैमरा :- कैमरे का उपयोग फोटो व वीडियोज बनाने के लिए किया जाता है। यदि हमें फोटो क्लिक करने या वीडियो बनाने के शोकीन हैं तो तो 12 मेगापिक्सल या 16 मेगापिक्सल या उससे ज्यादा मेगापिक्सल वाला फोन कैमरा अच्छा होता है। लेकिन आजकल इससे अधिक मेगापिक्सल वाले स्मार्टफोन्स बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं। वैसे स्मार्टफोन में 40 मेगापिक्सल से अधिक होने की आवश्यकता नहीं हैं। सभी बड़ी कंपनियां आने वाले सभी लेटेस्ट स्मार्टफोन्स में कैमरों की क्वालिटी में सुधार ला रही हैं कई कंपनी इससे अधिक मेगापिक्सेल वाले जैसे 64 मेगापिक्सेल 108 मेगापिक्सेल बाज़ार में लेकर आई है

मेमोरी
Image Credit Pixabay.com

6. डिस्प्ले :- स्मार्टफोन खरीदते समय प्रोसेसर, रेम के साथ ही डिस्प्ले को भी मुख्य रूप से देखा जाता है। स्मार्टफोन्स में कई प्रकार की डिस्प्ले का प्रयोग किया जाता है। जैसे …

1. OLED,
2. AMOLED,
3. Super Amoled Displays
4. TFT LCD,
5. IPS-LCD,
6. Capacitive touchscree LCD

AMOLED और Super Amoled Displays का इस्तेमाल हाई बजट फोन में इस्तेमाल किया जाता है।

Super Amoled Displays में सभी रंग आखों के लिए अच्छे, सभी रंग वास्तविक नजर आते हैं। यह एक उच्च गुणवत्ता वाला डिस्प्ले होता है

IPS-LCD वाली डिस्प्ले सस्ती होती है।

वैसे वास्तविक रूप से देखा जाए तो कोई भी डिस्प्ले आपकी आखों के लिए 100 प्रतिशत सही नहीं है इससे आखों को नुकसान पहुचंता है।

7. बॉडी :- मेटल, कांच, प्लास्टिक आदि का इस्तेमाल एक स्मार्टफोन की बॉडी बनाने में किया जाता है।

8. सेंसर : – स्मार्टफोन में कई प्रकार के संेसर इस्तेमाल किए जाते हैं जो स्मार्टफोन द्वारा अपने उपयोगकर्ता के लिए बेहतर बनाते हैं जैसे Ambient light sensor, Gyroscopem finger print, accelerometer, proximity sensor, compass, hall effect sensor, Environment Sensor.

Ambient light Sensor :- ये आपके मोबाइल की ब्राइटनेस लेवल को कंट्रोल करता है यदि आप अंधेरे से थोड़ा उजाले की ओर जाते हैं तो इस सेंसर की मदद से मोबाइल स्वयं अपनी ब्राइटनेस बढ़ा देता है।

Accelerometer Sensor :- इस सेंसर का काम यदि आप पोट्रेट मोड में मोबाइल का इस्तेमाल करें तो यह सभी आइकन को उसी प्रकार एडजस्ट करता है और लैंडस्केप मोड के लिये लैंडस्केप के हिसाब से। इसी प्रकार अन्य सभी सेंसर का अपना अलग-अलग काम होता है।

आशा करते है आपको स्मार्टफोन से जुड़ी ये जानकारी पसंद आई होगी, हमें उम्मीद है हमारे इस लेख से आपके एक सही स्मार्टफोन खरीदने में मदद मिलेगी। धन्यवाद !

ये भी पढ़े – 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here