आईपीएस अधिकारी की खास शक्तियां। – Special powers of an IPS officer

आईपीएस अधिकारी की खास शक्तियां। – नमस्कार, आज इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक आईपीएस ऑफिसर की खास शक्तियों के बारे में और साथ ही जानेंगे की आईपीएस ऑफिसर किसे ससपेंड कर सकता है और किसे नही। IPS ऑफिसर यानी कि इंडिया पुलिस सर्विस ये वो पद है जिनके लिए युवा बिना खाये पिये कितनी मेहनत करते है और कड़ी मेहनत बाद इस एग्जाम को क्लियर कर इस पद के मान सम्मान को पाकर इस पद की जिम्मेदारी उठाते है.

आईपीएस अधिकारी की खास शक्तियां। - Special powers of an IPS officer
आईपीएस अधिकारी की खास शक्तियां। – Special powers of an IPS officer

आईपीएस ऑफिसर शहर की सुरक्षा व्यवस्था के साथ साथ बहुत से ऐसे काम करते है जिनसे आप शायद अनजान हो और आज हम आपको उन्हें आईपीएस जिम्मेदारो के बारे में बताने जा रहे है। आईपीएस ऑफिसर CBI इंटेलिजेंस ब्यूरो, भारतीय सुरक्षा गार्ड, CRPF, BSF, इंडो तिब्बत सैना के साथ मिल कर काम करता है और इन्हें निर्देश भी देता है एक आईपीएस ऑफिसर लोगों की सुरक्षा के साथ साथ सरकारी सम्पत्ति को जिम्मेदारी भी होती है आईपीएस ऑफिसर का काम अपने शहर की सुरक्षा और शहर की शांति बनाए रखना और शहर में किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक दंगों को रोकना होता है। शांति बनाए रखने के लिए ये लॉ एंड ऑर्डर भी पास करते है।

आईपीएस ऑफिसर के पास शहर की सुरक्षा के साथ साथ मुख्य मंत्री और प्रधानमंत्री की प्रोटेक्शन की भी जिम्मेदारी होती है। राज्य में आयोजित रैली या समारोह जिसमें पीएम या मुख्य मंत्री की मौजूदगी होती है उस समारोह या रैल की जिम्मेदारी आईपीएस ऑफिसर पर ही होती है आईपीएस ऑफिसर सरकार या कोर्ट द्वारा जारी किए गए नियम और कानून को भी शहर में लागू करता है और साथ भी ये भी ध्यान रखता है कि कोई शहर में उस नियम या कानून का कोई उल्लघन तो नहीं कर रहा है।

आईपीएस अफसर किसे ससपेंड कर सकता है?

एक IPS ऑफिसर जब SP के रूप में काम कर रहा होता है उसमे वो अपने जिले के किस स्तर के अधिकारियों को Suspend  कर सकता है। उसके पास जो पावर होती है वो कितने रैंक के पुलिस ऑफिसर सस्पेंड करने की होती है। एक जिले का पुलिस का स्ट्रक्चर होता है अगर हम उसको देखे तो इस में सबसे नीचे से बात करे तो पुलिस कांस्टेबल से लेकर स्पेक्टर रैंक के ऑफिसर को SP सस्पेंड कर सकता है। ससपेंड में ऐसा नही होता है कि उसे सर्विस के निकाल दिया जाता हो, बस ससपेंड में होता ये है कि जो व्यक्ति जिस पोस्ट पर काम कर रहा होता है उस पोस्ट पर उसकी सर्विस कुछ समय के लिए रोक दी जाती है।

उसको किसी न किसी डिपार्टमेंट किसी न किसी ऑफिस से उसको अटेच कर दिया जाता है लेकिन उसके लिए उसको सैलरी भी मिलती रहती है हालांकि उसकी भी अलग अलग कंडीशन होती है। इसके बाद कोई भी ऑफिसर ससपेंड होता है फिर चाहे वो कांस्टेबल हो या फिर वो हेड कांस्टेबल हो या Assistant Sub Inspector हो या इंस्पेक्टर हो या सब इंस्पेक्टर हो वो सब अपील DIG या फिर IG ऑफिस में कर सकता है।

इसके बाद उसकी जांच भी डीआईजी और आईजी के द्वारा कि जाती है कि वास्तव में SP के द्वारा जिसकी Serrvice को रोका गया है वो सही है या ग़लत है। अगर दोस्तो वो ग़लत पाया जाता है तो उसकी आगे की कार्यवाही होगी अगर वो सही पाया जाता है तो उसको फिर से वो ही पोस्ट दे दी जाती है जिसपर वो काम कर रहे होते है और जो उसका वेतन होता है वो उसको पूरी मिलने लगती है। तो आशा करते है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस पोस्ट को आपने मित्रों के साथ साझा जरूर करे धन्यवाद…

”क्या आप जानते है IPS Officer की खास शाक्तियों के बारे में? Special Power of An IPS”

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